PM Vishwakarma Shram Samman Yojana - पीएम विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना

PM Vishwakarma Shram Samman Yojana: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को व्यापक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े कारीगरों को औपचारिक पहचान, कौशल उन्नयन, आधुनिक उपकरणों के लिए वित्तीय सहायता, और ऋण सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों को ‘विश्वकर्मा’ के रूप में मान्यता प्रदान करके उन्हें सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक विकास के अधिक अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इस योजना का क्रियान्वयन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।

पीएम विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना क्या है? | What is PM Vishwakarma Shram Samman Yojana?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 1 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा पात्र लाभार्थियों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण और ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही उन्हें प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन ₹500 की राशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा सरकार विभिन्न प्रकार के टूल किट खरीदने के लिए ₹15000 की राशि बैंक ट्रांसफर करेगी।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत विश्वकर्मा समुदाय के नागरिक निःशुल्क ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार से मात्र 5% ब्याज पर ₹300000 तक की राशि प्राप्त कर सकते हैं। यह राशि दो चरणों में दी जाती है। पहले चरण में ₹100000 का ऋण दिया जाता है उसके बाद दूसरे चरण में ₹200000 का ऋण दिया जाता है।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना | PM Vishwakarma Shram Samman Yojana Overview

योजना का नाम प्रधानमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2024
लाभार्थी विश्वकर्मा समुदाय की सभी जातियों के लोग
आवेदन मोड ऑनलाइन/ ऑफलाइन
उद्देश्य फ्री में स्किल ट्रेनिंग और रोजगार के लिए लोन प्रदान करना
कौन आवेदन कर सकता है? देश के सभी शिल्पकार या कारीगर
बजट 13000 करोड़ रु के बजट का प्रावधान
विभाग सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय

PM Vishwakarma Shram Samman Yojana## पीएम विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के उद्देश्य | Objectives of PM Vishwakarma Shram Samman Yojana?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के माध्यम से, सरकार इन शिल्पकारों के कौशल को उन्नत करने, उनकी उत्पादकता बढ़ाने और उन्हें बाजार की मांग के अनुरूप बनाने का प्रयास कर रही है।

योजना के विशिष्ट उद्देश्यों में शामिल हैं:

  1. कौशल विकास और उन्नयन: योजना के तहत, पारंपरिक शिल्पकारों को उनके संबंधित क्षेत्रों में आधुनिक तकनीकों और उपकरणों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे उनकी कार्यकुशलता में सुधार होगा और उन्हें बेहतर उत्पाद बनाने में मदद मिलेगी।
  2. आर्थिक सहायता: योजना के तहत, शिल्पकारों को उपकरण खरीदने, कार्यशाला स्थापित करने और अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इससे उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी।
  3. बाजार पहुंच: सरकार शिल्पकारों को अपने उत्पादों को बाजार में बेचने के लिए मंच प्रदान करेगी। इससे उन्हें अपने उत्पादों के लिए उचित मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी और उनकी आय में वृद्धि होगी।
  4. सामाजिक सुरक्षा: योजना के तहत, शिल्पकारों को सामाजिक सुरक्षा लाभ जैसे स्वास्थ्य बीमा और पेंशन योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। इससे उन्हें और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
  5. गुरु-शिष्य परंपरा को बढ़ावा: योजना के तहत, शिल्पकारों को अपने कौशल को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे पारंपरिक शिल्प और कौशल को संरक्षित करने में मदद मिलेगी।
  6. गुणवत्ता नियंत्रण: योजना के तहत, शिल्पकारों को गुणवत्ता मानकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे उनके उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा और उनकी बाजार में मांग बढ़ेगी।
  7. डिजिटल साक्षरता: योजना के तहत, शिल्पकारों को डिजिटल तकनीकों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे उन्हें अपने व्यवसाय को ऑनलाइन बढ़ाने और ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना, उनके कौशल को उन्नत करना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।

Benefits of PM Vishwakarma Shram Samman Yojana – प्रधानमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभ

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक वरदान साबित होने जा रही है। यह योजना न केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी बल्कि उनके कौशल को भी निखारेगी और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाएगी।

योजना के मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:

  1. वित्तीय सहायता: योजना के तहत, शिल्पकारों को उपकरण खरीदने, कच्चा माल खरीदने, कार्यशाला स्थापित करने और अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए ऋण और अनुदान प्रदान किए जाएंगे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वे अपने व्यवसाय को बढ़ाने में सक्षम होंगे।
  2. कौशल उन्नयन: योजना के तहत, शिल्पकारों को उनके संबंधित क्षेत्रों में नवीनतम तकनीकों और उपकरणों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे उनकी कार्यकुशलता में सुधार होगा और वे बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाने में सक्षम होंगे।
  3. बाजार पहुंच: सरकार शिल्पकारों को अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेचने के लिए मंच प्रदान करेगी। इससे उन्हें अपने उत्पादों के लिए उचित मूल्य प्राप्त होगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।
  4. सामाजिक सुरक्षा: योजना के तहत, शिल्पकारों को स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा और पेंशन जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। इससे उन्हें और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
  5. पहचान पत्र (आईडी कार्ड): योजना के तहत, शिल्पकारों को एक पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा जो उन्हें विश्वकर्मा के रूप में मान्यता देगा। इससे उन्हें समाज में सम्मान मिलेगा और वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम होंगे।
  6. टूलकिट प्रोत्साहन: योजना के तहत, शिल्पकारों को आधुनिक टूलकिट खरीदने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इससे उन्हें अपनी उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
  7. डिजिटल साक्षरता: योजना के तहत, शिल्पकारों को डिजिटल तकनीकों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे उन्हें अपने व्यवसाय को ऑनलाइन बढ़ाने और ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
  8. गुरु-शिष्य परंपरा को बढ़ावा: योजना के तहत, पारंपरिक गुरु-शिष्य परंपरा को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे युवा पीढ़ी को पारंपरिक शिल्प और कौशल सीखने का अवसर मिलेगा।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, उनके कौशल को उन्नत करने और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाने में मदद करेगी। इससे न केवल शिल्पकारों का जीवन स्तर सुधरेगा बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी संरक्षित किया जा सकेगा।

PM Vishwakarma Shram Samman Yojana Eligibility | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की पात्रता

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाने के लिए, आवेदकों को कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा। ये मानदंड इस प्रकार हैं:

  1. व्यवसाय: आवेदक को पारंपरिक शिल्पकार या कारीगर होना चाहिए, जो निम्नलिखित 18 व्यवसायों में से किसी एक में कार्यरत हो:
    • बढ़ई (सुथार/बढ़ई)
    • नाव बनाने वाला
    • हथियार बनाने वाला
    • लोहार
    • हथौड़ा और टूल किट बनाने वाला
    • ताला बनाने वाला
    • सुनार
    • कुम्हार
    • मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाला)
    • पत्थर तोड़ने वाला
    • मोची (चर्मकार)/ जूता बनाने वाला
    • राजमिस्त्री
    • टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाला/नारियल के रेशे बुनने वाला
    • गुड़िया और खिलौना बनाने वाला (पारंपरिक)
    • नाई
    • माला बनाने वाला (मालाकार)
    • धोबी
    • दरजी
    • मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला
  2. आयु: आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  3. आय: आवेदक की पारिवारिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  4. अन्य योजनाओं का लाभ: आवेदक को केंद्र या राज्य सरकार की किसी अन्य समान योजना का लाभ नहीं लेना चाहिए।
  5. दस्तावेज़: आवेदक के पास निम्नलिखित दस्तावेज़ होने चाहिए:
    • आधार कार्ड
    • पहचान पत्र (जैसे वोटर आईडी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस)
    • निवास प्रमाण पत्र
    • व्यवसाय का प्रमाण पत्र
    • बैंक खाता विवरण

-

कृपया ध्यान दें:

  • योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या सीमित हो सकती है।
  • सरकार पात्रता मानदंडों में समय-समय पर संशोधन कर सकती है।

पात्रता की जांच:

यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आप इस योजना के लिए पात्र हैं या नहीं, तो आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या जिला उद्योग केंद्र (DIC) में जा सकते हैं। वहां आपको योजना के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी और आप अपनी पात्रता की जांच कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना: एक नई शुरुआत

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, भारत के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। यह योजना न केवल उनकी कला को सम्मान देती है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उनके जीवन में एक नई शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करती है।

योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता, कौशल उन्नयन के अवसर, बाजार पहुंच और सामाजिक सुरक्षा, शिल्पकारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनके कौशल को और निखारने का भी अवसर प्रदान करती है।

इस योजना के माध्यम से, सरकार ने दिखाया है कि वह देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करेगी बल्कि उन्हें समाज में सम्मान और पहचान भी दिलाएगी।

हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल होगी और देश के शिल्पकारों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाएगी। यह योजना न केवल शिल्पकारों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में मदद करेगी।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक ऐसा प्रयास है जो न केवल शिल्पकारों के जीवन में बदलाव लाएगा बल्कि देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।